एक ऐसी प्राचीन पद्धति जो दवाओं का सहारा नहीं लेती बल्कि व्यायाम, आराम, स्वच्छता, उपवास, खान-पान, पानी, हवा, प्रकाश, मिट्टी आदि के सन्तुलित उपयोग पर बल देती है और जो स्वस्थ एवं दीर्घ जीवन का मार्ग दिखाती है, प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति कहलाती है। प्राकृतिक चिकित्सा की पद्धतियां सभी सभ्यताओं में किसी न किसी रूप से जुड़ी हुई है। ताजी हवा, सूर्य का प्रकाश, स्न्नान, जल उपवास तथा खान-पान पर संयम रखने के विषय में विद्वानों ने कुछ न कुछ कहा है।