जीवन में कभी न कभी कमर दर्द प्रायः अधिकतर लोगों को हो जाता है लेकिन अधिकांश रोगी इसे सहन करते हुए सामान्य जीवन व्यतीत करते हैं। आयु बढ़ने के साथ रोगी के शरीर में स्थित एक चपटी गोल आकृति, बिम्ब (Disk), गद्दी का पानी कम हो जाता है जिससे कमर का लचीलापन घटता जाता है। कमर दर्द के रोगियों में डिस्क के आसपास की नसों पर दबाव पड़ना आरम्भ हो जाता है। कमर दर्द और साइटिका का दर्द--दोनों ही कष्टप्रद रोग हैं। रोगी स्वयं को असहाय और असहज महसूस करता है। यह पुस्तक रोगी को यह जानने में मदद करती है कि वह कब और कैसे ठीक हो सकता है। योग, आसन, व्यायाम, कसरत द्वारा रोगोपचार आर्थराईटिस, साइटिका, थाइरॉयडिज्म, ऑस्टियोपोरोसिस, स्लिप डिस्क से मुक्ति पाएँ।