वात यदि कमर में हो जाए तब उसे कटिपेश्ी वात या कटिवात के रोग के नाम से जाना जाता है। इसमें असहनीय दर्द के कारण न तो रोगी सीधा होकर बैठ ही सकताह है और न ही सुविधापूर्वक खड़ा ही हो सकता है। इसके प्रधान लक्षणों में कमर में तेज दर्द, हल्का बुखार भी हो सकता है। दबाने या हिलाने-डुलाने से दर्द बढ़ता है। इस रोग का मुख्य कारण- सर्दी का लगना, फ्लू, गर्भाशय-ग्रीवा में दर्द तेज हो जाने पर रोगी शैय्या से भी उठ नहीं पाता है। शोध, पानी में भीगना, भारी वस्तु उठाना आदि से यह रोग अचानक उत्पन्न हो जाता है। प्राय: स्त्री और पुरुषों दोनों को यह दर्द होता है।