आहार चिकित्सा में आवश्यकता अनुसार रक्तप्लाज्मा, वीर्य, मल, मूत्र, सीएसएफ आदि जांच के द्वारा उनमें हुए परिवर्तनों को ध्यान में रखते हुए चिकित्सकीय आहार निर्देशित किया जाता है। ऐसे कीटाणुनाशी चिकित्सकीय आहार रोगाणुओं का संहार कर, रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाकर रक्त रसायनों में हुए परिवर्तन को सामान्य स्थिति में लाकर पूर्ण स्वास्थ्य प्रदान करते हैं। इन्हीं सारे तथ्यों को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक आहार के गुणधर्म को पुस्तक में प्रस्तुत किया गया है। The book helps in treating diseases through use of Cereals (Anaj) and Fruits (Phal).