संस्कृत शब्द मूल का अर्थ है जड़, दृढ़ता से जमा हुआ, स्रोत या कारण, आधार, पैर, अधोभाग, तल या नींव। बन्ध का अर्थ है ताला, नियंत्रित या बन्द। पर दोनों के सम्मिलित शब्द मूलबन्ध का अर्थ है- मूलाधार चक्र का संकुचन, जो कुण्डलिनी का स्थान है। संकुचन का प्रवर्तन मेरूदण्ड या धड़ के निचले भाग या जड़ में पेरिनियम में होता है, पुरुषों में मूलाधार पिण्ड (पेरिनियल बॉडी) के चतुर्दिक स्थित पेशियों का और स्त्रियों में गर्भाशय ग्रीवा का संकुचन। इससे मूलाधार चक्र में उत्पन्न ऊर्जा की मुक्ति और नियंत्रण होता है। Moola Bandha - the Master Key is for those dedicated yoga practitioners researching for the master key to unlock the abode of maha kundalini. Little has been written about the ancient practice of bandha, which is regarded as an important aspect of both hatha and kundalini yoga. Moola Bandha is a simple yet dynamic practice with profound physical, mental and spiritual benefits for the practitioner.