राजयोग, स्वामी विवेकानंद द्वारा लिखी गई एक महत्वपूर्ण पुस्तक है जो मानव जीवन के आध्यात्मिक और मानसिक समृद्धि के मार्ग को बताती है। यह पुस्तक राजयोग के माध्यम से अपने मन की नियंत्रण को प्राप्त करके आत्मा के साथ योगदान की प्रक्रिया को विस्तार से वर्णित करती है। स्वामी विवेकानंद के अनुसार राजयोग आत्मा के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देता है और एक उच्च स्तर की ध्यान और साधना के माध्यम से मानवता की उन्नति करने में मदद करता है। यह पुस्तक मानव जीवन को शांति, समृद्धि और आत्म-समर्पण की दिशा में मागर्दशन करती है।