योग यह भारतीय परंपरागत दर्शन शास्त्र है। आज सारे विश्व में योग प्रणाली को भिन्न-भिन्न उद्देश्यों से अपनाया जा रहा है। पिछले तीस सालों में योगशास्त्र का काफी प्रचार एवं प्रसार हुआ है। शुरू में तो योग को गूढ़ और सामान्य आदमी की पहुंच के बाहर माना जाता था। लेकिन धीरे-धीरे यह बात स्पष्ट होने लगी कि आजकल के गतिमान, तनावपूर्ण तथा स्पर्धात्मक जीवन पद्धति में भी स्वास्थ्यपूर्ण, रोगमुक्त तथा सुखपूर्वक जीवन जीने में योग का महत्वपूर्ण योगदान है।